पुणे हवाई अड्डा का नामकरण: “जगतगुरु संत तुकाराम महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा”

By Ak Saroj

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सरकार का महत्वपूर्ण निर्णय: पुणे हवाई अड्डा होगा “जगतगुरु संत तुकाराम महाराज पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा”महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने पुणे हवाई अड्डे का नाम “जगतगुरु संत तुकाराम महाराज पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा” रखने का प्रस्ताव अपने कैबिनेट में पेश किया है। इस महत्वपूर्ण निर्णय का उद्देश्य संत तुकाराम महाराज की शिक्षाओं और उनके योगदान को मान्यता देना है।इस नए नाम के माध्यम से सरकार ने राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि यह नामकरण स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देगा और यात्रियों के लिए एक नई पहचान प्रस्तुत करेगा। यह कदम पुणे की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करने के साथ-साथ नागरिकों के लिए गर्व का विषय बनेगा।

पुणे हवाई अड्डा: एक संक्षिप्त विवरण

पुणे हवाई अड्डा, जिसे पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IATA कोड: PNQ) के नाम से भी जाना जाता है, भारत के महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर में स्थित है। यह हवाई अड्डा भारत के प्रमुख हवाई अड्डों में से एक है और यहाँ से घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती हैं।

स्थापना

पुणे हवाई अड्डे की स्थापना 1939 में की गई थी। प्रारंभ में, यह एक सैन्य हवाई अड्डा था जिसे भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित किया जाता था। समय के साथ, यह नागरिक उड्डयन के लिए भी खुल गया। हवाई अड्डे ने 1990 के दशक के अंत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने की दिशा में कदम उठाए। इसके बाद, इसे एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया गया।

भौगोलिक स्थिति

पुणे हवाई अड्डा पुणे शहर के केंद्र से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है। इसका स्थान इसे शहर के प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्रों और शैक्षणिक संस्थानों के निकट बनाता है। यहाँ से मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता और अन्य प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं।

सुविधाएं और सेवाएँ

पुणे हवाई अड्डा आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। यहाँ पर दो टर्मिनल हैं: एक घरेलू और एक अंतरराष्ट्रीय। दोनों टर्मिनलों में यात्रियों के लिए सुविधाजनक चेक-इन, सुरक्षा जांच और अन्य सेवाएं उपलब्ध हैं। टर्मिनल में भोजनालय, दुकानों, वाई-फाई सेवाएं, लाउंज, और किराये की कारों की सेवाएं भी उपलब्ध हैं।

हवाई अड्डे का विकास

पुणे हवाई अड्डे के विकास में समय के साथ कई बदलाव आए हैं। 2008 में, इस हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार अपग्रेड किया गया। इसके तहत, टर्मिनल के क्षेत्र का विस्तार, रनवे की लंबाई में वृद्धि और आधुनिक उपकरणों की स्थापना शामिल है। इस प्रकार, यह हवाई अड्डा पुणे और आस-पास के क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण परिवहन केंद्र बन गया है।

प्रमुख एयरलाइंस और उड़ानें

पुणे हवाई अड्डे से कई प्रमुख एयरलाइंस उड़ानें संचालित करती हैं, जैसे कि एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट, और गोएयर। यह हवाई अड्डा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जिसमें दुबई, सिंगापुर, और कतर जैसे अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं।

सांस्कृतिक प्रभाव

पुणे हवाई अड्डा शहर की सांस्कृतिक और व्यवसायिक गतिविधियों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल स्थानीय निवासियों के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख प्रवेश द्वार है। शहर में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों, समारोहों और सम्मेलनों के कारण हवाई अड्डे की गतिविधियों में वृद्धि होती है।

जगतगुरु संत तुकाराम महाराज जी

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को पुणे के लोहेगांव अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर “जगदगुरु संत तुकाराम महाराज पुणे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा” करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।पुणे के लोहेगांव अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर “जगदगुरु संत तुकाराम महाराज पुणे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा” रखा जाएगा।यह निर्णय राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान किया गया और प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा। नाम बदलने की योजना केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, जो पुणे से हैं, ने सामने रखी थी।

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